निक्षय पोषण योजना के तहत हर टीबी मरीज को मिलेंगे ₹500 प्रति माह

 

निक्षय पोषण योजना भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 2018 में शुरू की गई थी। यह योजना राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) के अंतर्गत आती है और इसका मुख्य उद्देश्य टीबी (Tuberculosis) से पीड़ित मरीजों को पोषण सहायता प्रदान करके उनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना और बीमारी से जल्दी ठीक होने में मदद करना है।

योजना का विस्तृत विवरण:

1. लाभार्थी कौन हैं?

१. सभी टीबी मरीज इस योजना के पात्र हैं, चाहे वे:

२. सरकारी अस्पताल,

३. निजी अस्पताल या

४. स्वतंत्र चिकित्सकों के पास इलाज करवा रहे हों।

५. यह सुविधा बच्चों, वयस्कों, और बुजुर्गों सभी के लिए         उपलब्ध है।

2. आर्थिक सहायता का स्वरूप:

१. टीबी मरीजों को ₹500 प्रति माह की राशि दी जाती है।

२. यह सहायता पूरे इलाज की अवधि तक मिलती है,

     जो सामान्यतः 6 से 9 महीने तक हो सकती है।

३. गंभीर मामलों (MDR-TB या XDR-TB) में इलाज की        अवधि 18-24 महीने तक हो सकती है, और उस दौरान        भी सहायता मिलती रहती है।

3. धनराशि प्राप्त करने की प्रक्रिया:

१. सहायता राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम       से मरीज के बैंक खाते में भेजी जाती है।

२. इसके लिए मरीज को NIKSHAY पोर्टल पर पंजीकृत        किया जाता है।

३. पंजीकरण के दौरान मरीज की आधार कार्ड, बैंक खाता      विवरण, और संपर्क जानकारी ली जाती है।

4. पंजीकरण प्रक्रिया:

१. मरीज को सरकारी अस्पताल या टीबी उपचार केंद्र पर      जाकर पंजीकरण कराना होता है।

२. निजी चिकित्सकों द्वारा इलाज करवा रहे मरीजों को भी        निकटतम टीबी केंद्र में पंजीकरण करवाना जरूरी है।

३. NIKSHAY पोर्टल पर पंजीकरण के बाद मरीज को          एक यूनिक आईडी दी जाती है, जिससे उनकी निगरानी        और सहायता राशि ट्रैक की जाती है।

योजना के लाभ:

1. बेहतर पोषण:

टीबी के मरीजों के लिए पौष्टिक आहार आवश्यक है क्योंकि कमजोर पोषण स्तर से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इस योजना से मरीज अपनी पोषण संबंधी जरूरतें पूरी कर सकते हैं।

2. बीमारी से जल्दी ठीक होने में मदद:

पौष्टिक आहार के साथ टीबी मरीजों के इलाज के प्रभाव में तेजी आती है और वे जल्दी स्वस्थ हो सकते हैं।

3. टीबी उन्मूलन में सहायक:

यह योजना 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करती है।

पंजीकरण के लिए कौन-कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं?

१. आधार कार्ड या पहचान पत्र

२. बैंक खाता विवरण (पासबुक की कॉपी)

३. टीबी की पुष्टि का प्रमाणपत्र (डॉक्टर द्वारा)

४. पासपोर्ट साइज फोटो

सहायता राशि मिलने में कितना समय लगता है?

पंजीकरण के बाद, आमतौर पर 1-2 महीनों के भीतर सहायता राशि मिलनी शुरू हो जाती है।


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